Psychology Ke Subjective Question 2024 | 12th Psychology Subjective Question 2024

Psychology Ke Subjective Question 2024 :- दोस्तों यदि आप लोग 12th Psychology Subjective Question 2024 की तैयारी कर रहे हैं तो यहां पर आपको Inter Exam Psychology Subjective Question का महत्वपूर्ण प्रश्न दिया गया है | 12th VVI Subjective Question Answer, 12th Psychology questions and answers pdf, 12th psychology question answers


Psychology Ka Subjective Question 2024

1. सामान्य और असामान्य व्यवहारों में अंतर स्पष्ट करें।

उत्तर⇒  सामान्य तथा असामान्य व्यवहारों में गुण तथा प्रकार दोनों का अंतर होता है। सामान्य तथा असामान्य व्यवहारों में निम्नलिखित अंतर है।

(i) सामान्य व्यक्ति परिस्थिति के अनुरूप व्यवहार करता है। जैसे दुख में सेना तथा सुख में हँसना। इसके विपरीत असामान्य व्यक्ति दुख में हंसता है और सुखद परिस्थिति में रोता है।

(ii) सामान्य व्यक्ति के व्यवहार में उसका अपना हित छिपा रहता है। लेकिन असामान्य व्यक्ति की जीवन-शैली असंतुलित होती है।

(iii) सामान्य व्यक्ति समाज की उन्नति तथा हित के लिए निरंतर प्रत्यनशील रहता है परंतु असामान्य व्यक्ति में इस गुण का अभाव रहता है।

(iv) सामान्य व्यक्ति का व्यवहार लक्ष्य निर्देशित होता है और लक्ष्य को पूर्ति के लिए वह प्रयत्न करता है। लेकिन असामान्य व्यक्ति में इस गुण का अभाव रहता है

(v) सामान्य व्यक्ति का व्यवहार अपने आस पास के लोगों के साथ मिलजुल रहने का होता है। कभी वह अपने व्यवहार से दूसरे को प्रभावित कर परिस्थिति को अपने अनुकूल बना लेता है और कभी दूसरों के व्यवहार से प्रभावित होकर परिस्थिति के अनुकूल खुद बन जाता है। ताकि आपस का संबंध संतुलित रह सके। इसके विपरीत असामान्य व्यक्ति का व्यवहार में मिल जुल कर रहने की क्षमता का अभाव रहता है।

(vi) सामान्य व्यक्ति को अपने सही और गलत व्यवहारों का ज्ञान रहता है। लेकिन असामान्य व्यक्ति को इसका ज्ञान नहीं रहता है।

(vii) सामान्य व्यक्ति अपने गलत व्यवहारों के लिए पश्चाताप करता है। लेकिन असामान्य व्यक्ति में इसका अभाव रहता है। 

इस प्रकार सामान्य और असामान्य व्यवहारों में कई अंतर हैं।


2. अंतरसमूह संघर्ष के कारणों का वर्णन करें।

उत्तर⇒  अंतर समूह संघर्ष के निम्नलिखित कारण हैं

(i) मनोवैज्ञानिक कारक (Psychological factors) मनोवैज्ञानिक कारकों में ध्वंसात्मक प्रवृत्ति (destructive instinct), निराशा या कुण्ठा (frustration) प्रतियोगिता तथा प्रतिस्पर्द्धा (competition and revolry) तथा असुरक्षा का भाव (fecting of insecurity) प्रमुख कारक है।

(ii) विरोधी मानक (Opposing norms)– प्रत्येक समूह के अलग-अलग मानक होते हैं जो अंतर समूह संघर्ष का कारण बनता है।

(iii) सामाजिक मूल्य (Social value)— प्रत्येक समूह bbbbके मूल्य एक दूसरे समूह से भिन्न होता है जिसके कारण अंतर समूह संघर्ष होता है।

(iv) विरोधी लक्ष्य (Opposing goals) अंतर समूह संघर्ष का एक प्रमुख कारण विरोधी लक्ष्य होता है।

(v) धार्मिक विश्वास में मित्रता (disparity in religious belief)

(vi) राजनैतिक कारण (Political reasons)


3. प्राथमिक समूह की विशेषताओं का वर्णन करें। (Describe the characteristics of primary group)

उत्तर⇒  प्राथमिक समूह उसे कहते हैं जिसमें सदस्यों के बीच आमने सामने का है। उनके बीच घनिष्ठ पारस्परिक संबंध (interpersonal relationship) होता है।

प्राथमिक समूह प्राथमिक की विशेषतायें (Characteristics of primary group)

(i) प्राथमिक समूह का आकार (size) प्राय: छोटा होता है।

(ii) प्राथमिक समूह के सदस्यों के बीच सुख दुःख बाँटने का भाव अधिक पाया जाता है।

(iii) प्राथमिक समूह में अधिक स्थायित्व (stability) पाया जाता है।

(iv) प्राथमिक समूह के सदस्यों में घनिष्ठ पारस्परिक संबंध (impersonal relationship) होता है। 

(v) इस प्रकार के समूह के सदस्यों में अहम् आवेष्टन (ego involvement) अधिक पाया जाता है।

12th VVI Subjective Question Answer 2024


4. प्राथमिक समूह तथा द्वितीयक समूह के बीच अंतरों की विवेचना करें।

उत्तर⇒  प्राथमिक एवं द्वितीयक समूह के मध्य एक प्रमुख अंतर यह है कि प्राथमिक समूह पूर्व-विद्यमान होते हैं जो प्रायः व्यक्ति को प्रदत्त किया जाता है जबकि द्वितीयक समूह में होते हैं जिसमें व्यक्ति अपने पसंद से जुड़ता है। अतः परिवार जाति एवं धर्म प्राथमिक समूह है जबकि राजनीतिक दल की सदस्य द्वितीयक समूह का उदाहरण है। प्राथमिक समूह में मुख क्रिया होती है. सदस्यों में घनिष्ठ शारीरिक सामीप्य होता है और उनमें एक उत्साहपूर्वक सांवेगिक बंधन या जाता है। प्राथमिक समूह व्यक्ति के प्रकार्यों के लिए महत्वपूर्ण होते हैं और विकास की आरंभिक अवस्थाओं में व्यक्ति के मूल्य एवं आदर्श के विकास में इनको बहुत महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इसके विपरीत, द्वितीयक समूह में होते हैं यहाँ सदस्यों में संबंध अधिक वैयक्तिक अप्रत्यक्ष एवं कम आवृति वाले होते हैं। प्राथमिकता समूह में सोमा कम पारगम्य होती हैं, अर्थात् सदस्यों के पास इसकी सदस्यता परमया चरण करने का विकल्प नहीं रहता है. विशेष रूप से द्वितीयक समूह की तुलना में जहाँ इसकी सदस्यता को छोड़ना और दूसरे समूह से जुड़ना आसान होता है।


5. समूह संघर्ष का समाधान करने के लिए विभिन्न तरह के उपायों का वर्णन करें।

उत्तर⇒  भारतीय संदर्भ में समूह संघर्ष या सामाजिक संघर्ष के समाधान के लिए निम्नलिखित उपायों का उपयोग किया जा सकता है—

(i) उचित औपचारिक तथा अनौपचारिक शिक्षा ⇒  समूह संघर्ष के नियंत्रण तथा समाधान का एक उपाय उचित औपचारिक शिक्षा जैसे स्कूल, कॉलेज आदि तथा अनौपचारिक शिक्षा जैसे माता-पिता, परिवार आदि है। इसका एक लाभ यह होता है कि दूसरे समूहों के प्रति बच्चों में विकसित गैर-भाव या नाकारात्मक मनोवृत्ति आशिक या पूर्ण रूप से दूर हो जाती है। दूसरा लाभ यह होता है कि बच्चों में दूसरे समूहों के प्रति निष्ठा, विश्वास तथा सकारात्मक मनोवृत्ति विकसित हो पाता है।

(ii) सामाजिक ढाँचा में परिवर्तन समूह संघर्ष के समाधान के लिए वर्तमान सामाजिक दाँचा में परिवर्तन लाना भी बहुत आवश्यक है।

(iii) भारतीय इतिहास का पुनर्लेखन  उत्तेजक तथा आपत्तिजनक ऐतिहासिक घटनाएँ हैं, चाहे उनका आधार वास्तविक हो या कल्पिता इन घटनाओं को भारतीय इतिहास की पुस्तकों से निकाल देने पर सामाजिक संघर्ष समूह संघर्ष साम्प्रदायिक संघर्ष या वर्ग संघर्ष का समाधान बहुत हद तक संभव हो सकता है।

(iv) राष्ट्रीय सम्पत्ति का समान वितरण समूह संघर्ष के समाधान हेतु यह भी आवश्यक है कि राष्ट्रीय सम्पत्ति का वितरण देश की जनता के बीच संभव समान रूप से किया जाए।

(v) नागरिक अभियान (Chil campaign) समूह-संघर्ष या सामाजिक संघर्ष की रोकथाम तथा इसके समाधान के लिए जागरूक नागरिकों का अभियान बहुत उपयोगी उपाय है।

(vi) समुदाय चिकित्सा (Community therapy) अन्तर्समूह संघर्ष समूह संघर्ष अपवा सामाजिक संघर्ष वास्तव में मानसिक बिगाड़ का परिणाम होता जा रहा है। इसलिए मानसिक स्तर पर इसकी चिकित्सा आवश्यक है।


6. अनुपालन, आज्ञापालन, सहकारिता तथा प्रतियोगिता का वर्णन सामाजिक समूह प्रभाव के रूप में करें।

उत्तर⇒  बैरोन (Baron, 20003) के अनुसार “समूह वह सामाजिक इकाई है जिसमें दो या दो से अधिक व्यक्ति होते हैं जो एक दूसरे को प्रभावित करते हैं, जो सम्मिलित लक्ष्य रखते हैं, जो किसी तरह एक दूसरे पर अवलंबित होते हैं और जो अपने आप को उस समूह का सदस्य समझते हैं।”

जहाँ तक समूह के प्रभाव की प्रक्रियाओं या सामाजिक प्रभावों का प्रश्न है, वे निम्नलिखित हैं

(i) अनुपालन (Conformuty) सामाजिक प्रभाव अथवा समूह प्रभाव का एक रूप अनुपालन है। इसका अर्थ है, अपने सामाजिक समूह के नियमों, मानकों, मूल्यों आदि के अनुकूल व्यवहार करने की प्रवृत्ति।

(ii) आज्ञापालन (Obedience)- सामाजिक अथवा समूह प्रभाव का दूसरा प्रकार आज्ञापन कहलाता है। इसका अर्थ यह है कि समूह का सदस्य अपने सामाजिक समूह के निर्णय, मूल्य आदि को स्वीकार करने के लिए स्वभावतः मजबूर होता है।

(iii) सहकारिता (Co-operation) समूह का एक प्रभाव सहकारिता के रूप में देखा जाता है। इसका अर्थ है कि समूह के सदस्य एक-दूसरे के साथ सहयोग करने पर बाध्य होते हैं।

(iv) प्रतियोगिता (Competition)— समूह के सदस्यों में सामाजिक प्रभाव का एक रूप प्रतियोगिता है। इसका अर्थ यह है कि एक समूह के सदस्य दूसरे समूह के सदस्यों के साथ प्रतियोगिता के माध्यम से अपने लक्ष्य को प्राप्त करने का प्रयास करते हैं।

12th Psychology questions and answers pdf


7. प्रेक्षण कौशल क्या है? इसके गुण-दोषों का वर्णन करें।

उत्तर⇒  प्रेक्षण कौशल से तात्पर्य उन कौशलों से होता है जिनके माध्यम से मनोवैज्ञानिक अपने इर्द गिर्द के वातावरण में वस्तुओं, घटनाओं एवं अन्य लोगों के व्यवहारों का प्रेक्षण कर किसी सही निष्कर्ष पर पहुँचने की कोशिश करते हैं। सामान्यतः प्रेक्षण दो प्रकार के होते हैं— (i) स्वाभाविक प्रेक्षण तथा (ii) सहभागी प्रेक्षणा

प्रेक्षण के मुख्य गुण निम्नांकित हैं

(i) प्रेक्षण का मुख्य लाभ यह है कि इसके माध्यम से व्यवहार को एक स्वाभाविक परिस्थिति में अध्ययन किया जाना संभव हो पाता है।

(ii) प्रेक्षण में पुनरावृत्ति का गुण पाया जाता है। किसी विषय के अध्ययन को उसी रूप में बार बार दुहराना संभव होता है।

(iii) इसमें प्रमाणीकरण का गुण पाया जाता है। एक प्रेक्षक के अध्ययन से प्राप्त परिणाम को दूसरा प्रेक्षक अपने तौर पर प्रमाणीकरण कर सकता है।

प्रेक्षण का मुख्य दोष निम्नांकित हैं

(1) प्रेक्षण का एक दोष यह है कि प्रेक्षक विशेष कारणों से एक पूर्वाग्रहित भाव रखकर लोगों के व्यवहारों का प्रेक्षण कर सकता है। ऐसी स्थिति में प्रेक्षण के आधार पर कोई सार्थक निष्कर्ष नहीं निकल पाता है।

 (ii) कभी-कभी प्रेक्षक की उपस्थिति से व्यक्तियों का वास्तविक व्यवहार स्वाभाविक न रहकर अस्वाभाविक हो जाता है जिससे प्रेक्षण का निष्कर्ष गलत हो जाता है।

(iii) जब व्यक्तियों के व्यवहार का प्रेक्षण किया जाता है तो इनके बहुत सारे व्यवहार दिर गए परिस्थिति में मात्र दिनचर्या जैसे होते हैं, जिनका प्रेक्षक प्रायः उपेक्षा कर बैठा है।

इन दोषों के बावजूद मनोविज्ञान में प्रेक्षणात्मक कौशल को एक महत्त्वपूर्ण कौशल माना गया है।


8. परामर्श क्या है? परामर्श प्रक्रिया के चरणों का वर्णन करें। 

उत्तर⇒  परामर्शदाता और लाभार्थी दोनों के बीच पारस्परिक संबंधों पर आधारित अंत क्रियात्मक प्रक्रिया को परामर्श कहते हैं। परामर्श के द्वारा व्यक्ति की समस्याओं का समाधान किया जाता है तथा उन्हें अपने भविष्य सुनियोजित करने के लिए सौखलाया जाता है।

परामर्श प्रक्रिया में निम्नलिखित तीन चरण प्रमुख –

(i) प्रारंभिक खुलापन (Intial disclosure)

(ii) परामर्श संबंध एवं विशिष्ट लक्ष्यों की पहचान (Counselling relationship and identifying specific goals)

(iii) लक्ष्य सिद्धि के लिए कार्य योजना का विकास और क्रियान्वयन (Development and implementation of program for goal-realization)


9. मनोचिकित्सा के चरणों की विवेचना करें।

उत्तर⇒  मनोचिकित्सा का मुख्य उद्देश्य रोगों के मानकस द्वन्दों को दूर करके उन्हें सामान्य जीवन जीने के लिए तैयार करना है। मनोचिकित्सा निम्नलिखित चरणों में संपादित होती है

(i) पारस्परिक विश्वास तथा सामंजस्य की स्थापना (Establishing mutual confidence and rapport)

(ii) रोगी द्वार संघर्षपूर्ण तनावों को मुक्त अभिव्यक्ति (Free expression of conflicting tensions)

(iii) वास्तविक समस्या के प्रति अन्तर्दृष्टि को विकसित करना (Developing insight towards actual Problem)

(iv) व्यक्तित्व की पुनर्रचना (Reconstruction of Personality)

(v) नैदानिक साक्षात्कार का भावपूर्ण समापन (Emotionalized termination of the climnical interview)

12th psychology question answers


10. मनोवैज्ञानिक प्रकार्य तथा स्वास्थ्य पर सनाव के प्रभाव का वर्णन करें। 

उत्तर⇒  तनाव या प्रतिबल व्यक्ति के अंदर की एक आंतरिक अवस्था है जिसका निश्चित प्रभाव उनके स्वास्थ्य एवं मनोवैज्ञानिक प्रकायों पर देखा जाता है। तनाव के कारण व्यक्ति में निम्नलिखित प्रभाव देखे जाते हैं-

(i) सांवेगिक प्रभाव (Emotional effect)- जैसे सांगिक क्षुब्धता, विषाद, डर, चिंता, आत्म-विश्वास की इत्यादि।

(ii) दैहिक प्रभाव (Psychological effect)- हृदय गति, रक्त चाप, श्वसन गति इत्यादि में परिवर्तन

(iii) संज्ञानात्मक प्रभाव (Cognitive effect)- निर्णयण क्षमता, एकाग्रता, आत्म सम्मान, आत्म-विश्वास इत्यादि में कमी।

(iv) व्यवहारात्मक प्रभाव (Behavioural effect) तनाव के कारण व्यक्ति में दोषपूर्ण एवं कुषमायोजित व्यवहार उत्पन्न होता है।


11. व्यक्ति के पाँच शीलगुणों का वर्णन करें।

उत्तर⇒  व्यक्तित्व की इकाई शीलगुण है। व्यक्तित्व के पाँच प्रमुख शितगुण निम्नलिखित हैं

(i) प्रमुख अधीनता (Ascendance Submission)- प्रभुत्व और अधीनता व्यक्तित्व का एक प्रमुख एवं परस्पर विरोधी शीलगुण है। जिस व्यक्ति में प्रभुत्व का शीलगुण होता. है यह दूसरी पर अपना प्रभाव और आधिपत्य जमाने तथा समूह और समाज का अगुआ बनने की चेष्टा करता है। जबकि दूसरी और जिस व्यक्ति में अधीनता का शीलगुण पाया जाता है, वह विनम्र सहनशीलता और आसानी से दूसरे की बात मान लेनेवाला होता है।

(ii) संवेगात्मक स्थिरता और अस्थिरता (Emotional shathility and utsahdity) सर्वात्मक रूप से स्थिर शीलगुण वाला व्यक्ति परिस्थिति को समझकर उसके अनुकूल प्रक्रिया करता है। जबकि संवेगात्मक अस्थिरता शीलगुण वाला व्यक्ति सामान्य परिस्थिति में भी तर्क और विवेक से विचार करने और अनुकूल व्यवहार करने में असमर्थ रहता है।

(ii) ईमानदारी (Honesty ) – यह व्यक्तित्व का एक प्रमुख शीलगुण है। इस शीलगुण से युक्त व्यक्ति कठिन से कठिन परिस्थिति में भी ईमानदार बना रहता है।

(iv) आकांक्षा का स्तर (Level of aspiration) आकांक्षा का स्तर भी व्यक्तित्व का एक शीलगुण है जो व्यक्ति को आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है।

(v) सामाजिकता (Sociability) सामाजिकता एक ऐसा शीलगुण है जो मनुष्य को सामाजिक प्राणी बनाता है। सामाजिक शीलगुण वाले व्यक्ति मिलनसार, सामाजिक कार्यक्रमों तथा उत्सवों में सक्रिय रूप से भाग लेता है।

Psychology Ke Subjective Question in Hindi


 S.N Class 12th Arts Question BankSolution
 1History ( इतिहास ) Click Here
 2Geography ( भूगोल ) Click Here
 3Pol. Science ( राजनितिक विज्ञान )Click Here
 4Economics ( अर्थ शास्त्र )Click Here
 5Sociology ( समाज शास्त्र )Click Here
 6Philosophy ( दर्शन शास्त्र )Click Here
 7Psychology ( मनोविज्ञान ) Click Here
 8Home Science ( गृह विज्ञान )Click Here
 Class 12th Arts Objective Question 
 1इतिहास   Click Here
 2भूगोल  Click Here
 3राजनीतिक शास्त्र Click Here
 4अर्थशास्त्र Click Here
 5समाज शास्त्र Click Here
 6मनोविज्ञान Click Here
 7गृह विज्ञान Click Here
 8संगीत Click Here
9Hindi 100 MarksClick Here
10English 100 MarksClick Here
1112th Arts All Chapter Mock TestClick Here

Leave a Comment