10th Ka Hindi Subjective Question Answer 2024 | 10th Hindi (अक्षर ज्ञान ) Subjective

10th Ka Hindi Subjective Question Answer 2024 :- दोस्तों यदि आप Bihar Board Class 10th Hindi Subjective की तैयारी कर रहे हैं तो यहां पर आपको Class 10th Hindi ( अक्षर ज्ञान ) Subjective Question दिया गया है जो आपके Matric Exam 2024 Hindi Subjective Question Bihar Board class 10th के लिए काफी महत्वपूर्ण है | BSEB 10th & 12th App


प्रश्न 1. कविता में ‘क’ का विवरण स्पष्ट करें 

उत्तर ⇒  माँ बेटा की ‘क’ कबूतर पढ़ाना-लिखना चाहता है। उसका ‘क’ पंक्तियों से नीचे उतर जाता है। कबूतर सीखने के क्रम में कबूतर की तरह इधर-उधर फुदकने लगता है। अर्थात् पढ़ने-लिखने के क्रम में उसका हाथ इधर-उधर चला जाता है। अक्षर ज्ञान से वंचित बच्चा माँ के मनोभाव को जानता है न कि अक्षर को। माँ से प्रेरित होकर बच्चा अक्षर बोध करता है।


प्रश्न 2. ‘अक्षर – ज्ञान’ कविता में तीन उपस्थितियाँ हैं। स्पष्ट करें कि वे कौन-कौन सी है?

उत्तर ⇒  कविता में तीन उपस्थितियाँ है-प्रवेश, बोध और विकास। कविता से ‘क’ चौखटे में नहीं अटता, क्योंकि कबूतर की तरह वह जरा सा फुदक जाता है। प्रारंभिक स्थिति में, व्यक्ति बेतरतीब प्रयास करता है, इसलिए काम सही स्तर पर नहीं होता।


प्रश्न 3. खालिस बेचैनी किसकी है ? बेचैनी का क्या अभिप्राय है?

उत्तर ⇒  खालिस बेचैनी खरगोश की है। वह ‘ख’ लिखने में कठिनाई महसूस करता है। यहाँ बेचैनी का तात्पर्य है अविरल (लगातार) बिना चैन लिए हुए ।


प्रश्न 4. बेटे के लिए ‘ङ’ क्या है और क्यों ?

उत्तर ⇒ बेटे के लिए ‘ङ’ है, माँ की गोदी में बैठा बेटा, क्योंकि ‘ड’ को यह समझता है माँ और अनुस्वार ( बिन्दी) को समझता है माँ की गोदी का बच्चा।


प्रश्न 5. ‘अक्षर – ज्ञान’ कविता में बेटे के आँसू कब आते है और क्यों? 

उत्तर ⇒ अक्षर ‘ड’ नहीं लिख पाने की विफलता में बेटे को आँसू आ जाते है, क्योंकि उसे माँ से बहुत प्यार है और ‘ड’ लिख लेने की विफलता में वह माँ की गोदी में बैठने की आशा करता है और आँसू छलक पड़ते है ।


प्रश्न 6. कविता ‘अक्षर-ज्ञान’ में कवयित्री ‘शायद’ अव्यय का क्यों प्रयोग करती है? स्पष्ट कीजिए।

उत्तर ⇒ कवयित्री ‘शायद’ अव्यय का प्रयोग कर आँसू और प्रथमाक्षर का सम्बन्ध अर्थात् भावात्मक अभिव्यक्ति दिखाना चाहती है। आँसू कभी प्रथमाक्षर नहीं हो सकता, किन्तु ऐसे ही प्रयास सृष्टि का विकास कर पाते है। सृष्टि के विकास अर्थात् प्रारंभ में व्यक्ति को शायद इसी प्रकार कठिनाई हुई होगी।


प्रश्न 7. ‘अक्षर-ज्ञान’ कविता किस तरह एक सांत्वना और आशा जगाती है? विचार करें ।

उत्तर ⇒ यह कविता सांत्वना और आशा जगाती है कि मानव प्रयास से सृष्टि का विकास सरल तथा आसान हो जाता है। विफलता के बाद ही मनुष्य चिन्तनशील होता है उसे कुछ और अधिक सोचने पर मजबूर होना पड़ता है जो उसके बौद्धिक विकास में सहायक होता है जो एक सांत्वना और आशा जगाती है कि विफलता के बाद ही सफलता का रूप विकसित होता है ।

Class 10th Ka Hindi Subjective 2024


हिंदी गोधूलि भाग 2 – OBJECTIVE 
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  4 नाखून क्यों बढ़ते हैं Click Here
  5 नागरी लिपि Click Here
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  7 परंपरा का मूल्यांकन Click Here
  8 जीत जीत मैं निरखात हूँ Click Here
  9 आविन्यों Click Here
  10 मछली Click Here
  11 नौबत खाने में इबादत Click Here
  12 शिक्षा और संस्कृति Click Here
           पघ खंड [ Objective  ]
  1 स्वदेशी Click Here
  2 भारत माता Click Here
  3 जनतंत्र का जन्म Click Here
  4 हीरोशिमा Click Here
  5 एक वृक्ष की हत्या Click Here
  6 हमारी नींद Click Here
  7 अक्षर ज्ञान Click Here
  8 लौटकर आऊंगा फिर Click Here
  9 मेरे बिना तुम प्रभु Click Here
           वर्णिका , भाग – 2 [ Objective  ]
  1 दही वाली मंगम्मा Click Here
  2 ढहते विश्वास Click Here
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  4 नगर Click Here
  5 धरती कब तक घूमेगी Click Here
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